हिंदू धर्म में अमावस्या का खास महत्व है. अमावस्य, यानी वो रात जब चांद पूरी तरीके से छिप जाता है. सोमवार यानी आज के दिन पड़ने वाली अमावस्या सोमवती अमावस्या के नाम से जानी जाती है. सोमवती अमावस्या का विशेष महत्व है. महादेव को समर्पित सावन मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को सोमवती अमावस्या का व्रत रखा जाएगा.
ये करने से बचे
शास्त्रों के अनुसार,इस दिन इंसान को तामसिक भोजन का सेवन करने से बचना चाहिए। इस तिथि पर मांस-मदिरा और लहसुन और प्याज नहीं खाना चाहिए। इस बात का विशेष ध्यान रखें कि सोमवती अमावस्या पर घर में किसी भी तरह का वाद-विवाद न हो। किसी इंसान के प्रति मन में गलत विचार न लाएं। इसके अलावा इस दिन किसी से बातचीत के दौरान अभद्र भाषा का प्रयोग न करें। साथ ही व्यक्ति को ब्रह्मचर्य का पालन भी करना चाहिए। इस दिन शुभ और मांगलिक कार्य जैसे शादी या सगाई न करें। सोमवती अमावस्या पर पेड़-पौधे और पशु-पक्षी का अनादार नहीं करना चाहिए।
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