देवभूमि उत्तराखंड के पहाड़ के पारंपरिक खानपान में जितनी विविधता एवं विशिष्टता है, उतनी ही यहां के फल-फूलों में भी है। देवभूमि में बेडू, मेलू, काफल,मोरा, भिनु समेत जंगली फलों की ऐसी सौ से ज्यादा प्रजातियां हैं, जो ना सिर्फ स्वाद में बल्कि सेहत की दृष्टि से भी बेहद अहमियत रखते हैं।उत्तराखंड में कई ऐसे जंगली फल पाए जाते है, जो खाने में तो स्वादिष्ट होते ही है लेकिन यह हमारे शरीर के लिए भी उतने ही फायदेमंद होते हैं.
जानिए क्या है तिमला
आज हम आपको पहाड़ में होने वाले एक ऐसे फल के बारे में बताने जा रहे हैं . जिसके आगे सेब और अनार भी फेल है .इस फल का नाम है तिमला. तिमला को पहाड़ में स्वाद के साथ ही सेहत का खजाना माना जाता है.
सेब और आम की तुलना में तिमला में, प्रोटीन, फाइबर और खनिजों की भरपूर मात्रा होती है. यह सेहत का बेहतर खयाल रखने में मदद करता है. वहीं इसे खाने से कई शारीरिक समस्याओं से बचा जा सकता है. आज हम आपको तिमले के कई फाइदे बताएगें
आइये जानते है तिमला फल के फायदे
- तिमला में पाया जाने वाला कैल्शियम हड्डियों को मजबूत करता है.
- कैंसर में यह फल बहुत लाभकारी है.
- डायबिटीज के लिए तिमला फल बहुत लाभदायक माना जाता है.
- तिमला फल को दिल की बीमारियों में कारगर माना जाता है.
- हाइपरटेंशन, कब्ज, कमर दर्द, अस्थमा, जुकाम जैसी बीमारियों में फायदेमंद.
Add Comment