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चमोली : पिता की चाय की दुकान, बेटे का चयन हुआ ओलंपिक में ..राज्य के लिए गर्व की बात

आज के दौर में उत्तराखंड अब किसी से पीछे नहीं रहा, यहां के युवा प्रदेश का नाम रोशन करने में जी जान लगा रहे है,अब उत्तराखंड भूमि से एक और हीरा निकल कर सामने आ रहा है,जिसका नाम परमजीत,अपने हुनर की बदौलत परमजीत ने ओलंपिक का टिकट हासिल कर लिया।

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उत्तराखंड से हर दूसरे दिन युवा कभी खेल तो कभी बॉलीवुड में अपना नाम रोशन कर रहे,यही नहीं हर छेत्र में युवा आगे बढ़ रहे है। पहाड़ो में संसाधनों का अभाव होने के बावजूद राज्य के होनहार खिलाड़ी खेलों की दुनिया में छाए हुए हैं।वही चमोली के रहने वाले परमजीत बिष्ट ने जापान में हुई एशियन रेस वॉक चैंपियनशिप में नौंवा स्थान हासिल किया। अब परमजीत ने एक और शानदार उपलब्धि हासिल की।है आप को बता दे की परमजीत ने पेरिस ओलंपिक 2024 के लिए क्वालीफाई कर लिया है। उत्तराखंड का ये होनहार लाल अब ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व करते दिखेगा।

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परमजीत बिष्ट का संघर्ष

परमजीत चमोली के रहने वाले हैं उन्होंने अपनी पढ़ाई चमोली के बैरागना इंटर कॉलेज से खत्म की। उनके पिता जगत सिंह बिष्ट खल्ला गांव में छोटी सी दुकान चलाते हैं। उनकी मां हेमलता घर की देखभाल करती है।परिवार में आर्थिक तंगी हमेशा से चली आई लेकिन परिवार ने परमजीत की ट्रेनिंग में कभी कमी नहीं आने दी। दौड़ लगाने का हुनर परमजीत ने गांव में ही सीख लिया था। दरअसल उनका स्कूल घर से तीन किलोमीटर दूर था। ऐसे में घर का काम निपटाने के बाद परमजीत को हर दिन 3 किलोमीटर की दौड़ लगानी पड़ती थी। परमजीत की मेहनत रंग लाई

 

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