गुरुवार से शनिवार तक हुई भारी बारिश ने उत्तराखंड के कई जिलों में तबाही मचाई, जिसमें चंपावत और पिथौरागढ़ में बादल फटने की घटनाएं भी सामने आईं। हालांकि शनिवार से सोमवार तक बारिश में थोड़ी कमी आई थी, लेकिन मंगलवार से मॉनसून फिर सक्रिय हो गया। बारिश के धीमे पड़ने के साथ ही चारधाम यात्रा के दूसरे चरण ने रफ्तार पकड़ी है, यात्रियों की संख्या भी बढ़ रही है। हालांकि बदरीनाथ हाईवे की मरम्मत का काम अब भी धीमी गति से चल रहा है। चारधाम यात्रा के दूसरे चरण में 17 दिनों के भीतर 2.70 लाख लोगों ने पंजीकरण करवाया है। प्रतिदिन औसतन 20,000 यात्री बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम की यात्रा के लिए पंजीकरण कर रहे हैं। मॉनसून के चलते यात्रा धीमी रही थी, लेकिन बारिश कम होने के बाद यात्रा ने फिर से गति पकड़ ली है। अब तक कुल पंजीकरण का आंकड़ा 59.30 लाख तक पहुंच चुका
मौसम विभाग के अनुसार आगामी एक-दो दिनों में पिथौरागढ़, चमोली और नैनीताल जिलों में भारी बारिश की संभावना है, जिनके लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। बागेश्वर जिले में ऑरेंज अलर्ट रहेगा, क्योंकि यहां भारी से अत्यधिक बारिश होने की उम्मीद है। बाकी जिलों में आकाशीय बिजली के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। इसके बाद राज्य का मौसम साफ रहने का अनुमान है। निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि पश्चिमी बंगाल में बन रहे निम्न दबाव का क्षेत्र आगे बढ़ रहा है, जिससे प्रदेश के अधिकांश जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। कुमाऊं और गढ़वाल मंडल के ज्यादातर जिलों में भी बारिश की संभावना है।
Add Comment