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उत्तराखंड संस्कृति

उत्तराखंड का चमत्कारी मंदिर, दिन में तीन बार बदलती है माता की मूर्ति अपना स्वरुप

उत्तराखंड देवों की पावन भूमि जहां हर कदम पर देवों के मंदिर है,

 

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जहा दूर दराज से भक्त भगवान के दर्शन करने के लिए आते है,आज हम बात कर रहे है मां धारी देवी के कुछ रहस्यमय मंदिर के बारे में. उत्तराखंड के श्रीनगर छेत्र में स्थित है मां धारी देवी का रहस्यमय मंदिर जिसे उत्तराखंड की रक्षक माना जाता है और यहां मंदिर मां काली को समर्पित है। धारी देवी मंदिर में मां का ऊपरी भाग यानी सिर है।निचला भाग यानी धड़ कालीमठ में मां मेठना के नाम से प्रसिद्ध है.

उत्तराखंड का चमत्कारी मंदिर, दिन में तीन बार बदलती है माता की मूर्ती अपना स्वरुप
उत्तराखंड का चमत्कारी मंदिर, दिन में तीन बार बदलती है माता की मूर्ति अपना स्वरुप

दिन में तीन बार बदलती है मां अपना रूप

धारी देवी की महिमा  अपरंपार है, यह मंदिर झील के ठीक बीचों बीच स्थित है, मंदिर के बारे में मान्यता है की मां चारोंधाम की रक्षा करती है, इस मंदिर में माता की मूर्ति दिन में तीन बार अपना रूप बदलती है। मूर्ति सुबह के समय में एक कन्या की तरह दिखती है,फिर दिन के समय में युवती और शाम को एक बूढ़ी महिला की तरह नजर आती है।जो काफी हैरान कर देने वाला है।

उत्तराखंड का चमत्कारी मंदिर, दिन में तीन बार बदलती है माता की मूर्ति अपना स्वरुप

धारी देवी यानी उत्तराखंड की रक्षक जो प्रदेश की रक्षा करती है इनसे जुड़े कुछ पौराणिक कथाएं https://twitter.com/divaydrishti23

पौराणिक कथाओं के अनुसार एक बार भीषण भाड़ से मंदिर बह गया था। जिसके साथ मां धारी देवी की मूर्ति भी भाड़ में बहने लगी । बहते बहते मूर्ति धारों गांव के पास एक चट्टान से टकराकर रुक गई। कहते है की मूर्ति से एक आवाज निकली,और गांव वालों को उस जगह पर मूर्ति स्थापित करने का निर्देश दिया गया।जिसके बाद वह मां धारी देवी का मन्दिर बनाया गया
साथ ही माना जाता है की धारी देवी की प्रतिमा को 16 जून 2013 को हटाया गया जिसके बाद उत्तराखंड में आपदा आई थी. जिसके कुछ समय बाद मां को उसी जगह पर स्थापित किया गया.

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